Tuesday, April 7, 2020

कैद में इन्सान

कैद हैं इन्सान पंछियों की तरह अब जी कहा रहें हैं
      हम इन्सान  हों के इन्सानों की तरह

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बचपन बच्चों जैसा होना चाहिए

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