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Sunday, May 10, 2020
Hum Ma Se Hai Ma Humse Nahi
Genetically hum father se judey hote hai,Lekin spiritually aur Emotionally hum ma se. Kyi ki cytoplasmic inheritance se Jo bhi character Hume milta hai o ma se milta hai. Gene structure ko chhod de to. Puri body Hume ma se Mila hai. Insan jub paida ho jata hai to use btaya jata hai ki papa hai. Lekin ma ke sath aisa nhi hota. Chahe insan ho ya janwar. Hum ma ke bete hi nhi. Uske Dil ke uske body ke ek tukre bhi hai. Ma ke har dharkan aur sanse humese Judi hoti hai. Bachpan me hum papa se dat sun ke ma ke god me ja ke so jatey the. Aur ma se bhi jhagda Kar. Ke ma ke hi god me so jatey the. Kyo ki bachpan me ma ke god ke siwa kahi sukun nhi milta tha.Kisi se jhagda Kar ke. Kisi ke datne pe ya kisi se marpit Kar ke mar kha ke ya mar ke jub bhi hum bhagtey the to ma ke hi god me chhuptey theKyo ki duniya ka sabse safe palace me ka god. Ko kha gya hai hai.
Saturday, May 9, 2020
साहब, आँसू चीख रहें हैं
साहब, आँसू चीख रहें हैं
साहब, आँसू चीख रहें हैं
कोई तो आवाज़ सुनो
मर न जाये भूख तड़पकर
आसन वाले ताज सुने..
अन्तड़ियाँ हैं इन्तजार में
कब रोटी का स्वाद मिले
आँसू सूख गये पीड़ा में
फिर भी आँखें रांह तके
आँऊगा माँ रोटी लेकर,
बूढी माँ की फरियाद सुनो..
साहब, आँसू चीख रहें हैं
कोई तो आवाज़ सुनो...
भूख तड़पती देखी मैंने
ऐसा भी मंजर देखा
भूखा बच्चा पत्तल चाटें
ऐसा भी इक क्षण देखा
तड़प उठी यह देख ऱूह,
फिर और वेदना फुट पड़ी
भीग गये एहसास अचानक
इक बूंद नयन से छूट पड़ी
सपनों को अब पंख चाहिये
पहले, उनके मन की बात सुनो....
साहब, आँसू चीख रहें हैं
कोई तो आवाज़ सुनो....
मां पे कहें गये चन्द लफ्ज़
हालात बुरे थे मगर अमीर बनाकर रखती थी,
हम गरीब थे, ये बस हमारी माँ जानती थी…
भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाए
जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ
-
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
-
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ
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इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
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घर में झीने रिश्ते मैंने लाखों बार उधड़ते देखे,
चुपके चुपके कर देती है जाने कब तुरपाई अम्मा
मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार
दुख ने दुख से बातें की बिन चिट्ठी बिन तार
-निदा फ़ाज़ली
चुपके चुपके कर देती है जाने कब तुरपाई अम्मा
मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार
दुख ने दुख से बातें की बिन चिट्ठी बिन तार
-निदा फ़ाज़ली
मुझे मालूम है मां की दुआएं साथ चलती हैं,
सफ़र की मुश्किलों को हाथ मलते मैंने देखा है
-आलोक श्रीवास्तव
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
-मुनव्वर राना
सफ़र की मुश्किलों को हाथ मलते मैंने देखा है
-आलोक श्रीवास्तव
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
-मुनव्वर राना
एक मुद्दत से मेरी माँ नहीं सोई 'ताबिश'
मैंने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
मैंने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
Thursday, May 7, 2020
जिंदगी क्या है कोई समझाए मुझे
जिंदगी क्या है कोई समझाए मुझे
यकीन नहीं आता यकीन दिलाए मुझे
गरज के बरसते नहीं है बादल
बादलों से कहो बरस के दिखाए मुझे
मुट्ठी में रेत नहीं होती है कैद
उस रेत की तरह कोई बनाए मुझे
ताकत कोई नुमाइंदिस की चीज नहीं
इसको दूसरों पे आजमाने से बचाए मुझे
सख्त मिजाज रखकर कुछ ना सीख पाऊंगा
सीखने के लिए झुकना कोई सिखाएं मुझे
यकीन नहीं आता यकीन दिलाए मुझे
गरज के बरसते नहीं है बादल
बादलों से कहो बरस के दिखाए मुझे
मुट्ठी में रेत नहीं होती है कैद
उस रेत की तरह कोई बनाए मुझे
ताकत कोई नुमाइंदिस की चीज नहीं
इसको दूसरों पे आजमाने से बचाए मुझे
सख्त मिजाज रखकर कुछ ना सीख पाऊंगा
सीखने के लिए झुकना कोई सिखाएं मुझे
Saturday, May 2, 2020
Tuesday, April 28, 2020
Anjan mohobat
Hamare Tere Darmiyan n koi rista tha n hai, Fir n Jane kyo Tere galiyo se gujarne pe ye Dil dhadkta hai aur
Kahta hai, mujhse ki Yaha koi apna rahta, fir Mai dil ko aaj bhi samjhata hu ki, jhuthi tasali deta hu, Chhod bhul ja, 2,3 mulakate hi to hai, hum unke hai koin, darta hu mau ki kahi, Teri yadey le ke n Chala Jaye Teri in galiyo ke hwawo se, nadan sa hai n ye Mera Dil, samjhta nhi n, sunta bhi kha hai Meri batey ye manta bhi to nhi, uff Tu aur Teri yadey
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