छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।
सोचा है उसने कि तितली सा उड़ ले।
किताबों को पकड़े,' सुंदर ' गुड़िया से खेले।।
हुकूमत ने उसके ही ' पर ' क्यों काटे बहुत हैं।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।।
घर पे उन ' दरख़्तों ' की छाया नहीं है।
' छोटी ' ने कल से 'कुछ भी' खाया नहीं है।।
' गरीबों ' की लाइन यहां लंबी बहुत है।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।।
पापा सुबह से कमाने गए हैं।
रईसों के घर को ' बनाने ' गए हैं।।
पापा हैं बूढ़े ,वो थकते बहुत हैं।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।।
मम्मी ने फ़िर से ना खाना बनाया।
बनाती भी कैसे? वो तपती रहीं हैं।।
दवाएं है ' सस्ती ' पर महंगी बहुत हैं।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।।
गन्दी जगह को ' लोग ' घेरे खड़े हैं ।
गाड़ी से दबके पापा कुचले पड़े हैं।।
उस ' आदमी ' को ' अब भी 'जल्दी बहुत है।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।
सुनके ये सब वो ' रोता ' बहुत है।
छोटा सा बच्चा ,वो भूखा बहुत है।।
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