उसने पूछा की
'आसमान छूने जा रहे हो?'
मैंने कहाँ 'हाँ!!! '
उसने कहा .....
जा छू लेना हाथ बढ़ा के
आसमान को '
और मुझे बताना
कैसा था? आसमां
फूल सा नाज़ुक
या
रुई सा नरम?
ले आना अपने साथ
थोड़ा सा अहसास
आसमां काऔर
कराना महसूस
मुझे......मेरे आसमां से
मुझे भी चाहिए मेरा आसमां
मै भी चाहता हूं अपने हिस्से की आसमां
इक मुठ्ठी आसमां तेरे हाथों।
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