Tuesday, September 27, 2022

उलझनें और ज़िन्दगी

ज़िंदगी के ऐसे कई मसले होते है जो हम अंदर ही अंदर बिना किसी से
कुछ कहे बस लड़ रहे होते है। वो चाहे फिर घर की परेशानियां हो, कैरियर
की हो, पार्टनर की हो या कोई और। ज़िंदगी में एक समय ऐसा भी आता
है जब कुछ सही नहीं हो रहा होता उम्मीदें टूटती है, दिल टूटता है, दर्द सह
रहे होते हैं और बस चल रहे होते है उस पर कुछ लोग बेदर्दी से बिना कुछ
सोचे हमे जज़ कर रहे होते है। और ये सब कई बार इतना असहनीय हो
जाता है की हम खुद को खत्म करने तक की सोचने लगते है। पर हम
अक्सर उस दौर में ये गौर करना भूल जाते है की हम सब कुछ बिना
किसी सहारे के सह गए और जब हम इस वक्त से बाहर निकलेंगे तो एक
ऐसे व्यक्ति बन जायेंगे जो फिर कभी नही टूटेगा और ये शायद हमारी
सबसे बड़ी जीत होगी । तो कुछ समय के लिए दुनिया को भूलाकर अपनी
ताकत को समेटकर उस वक्त से गुजर जाना। एक दिन बुरा वक्त बीतेगा
और तुम खुद को और भी आज़ाद पाओगे।

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