Friday, March 18, 2022

मन का इक हिस्सा

कभी-कभी जब हम भीतर से बहुत भरे हुए होते हैं
तो सभी कुछ कितना उदास सा लगता है ना,
कभी-कभी कितनी ताकत चाहिए होती है
आईने के सामने खड़े होकर खुद से नज़रें मिलाने में,
कभी-कभी कितना मुश्किल होता है
मां के हाल पूछने पर
सिर्फ इतना कहना की...  ठीक हूँ माँ।

No comments:

Post a Comment

बचपन बच्चों जैसा होना चाहिए

बरसात के दिनों में क्लास में बच्चों को घर जा के बरामदे और बंगले में बैठ के पढ़ने की बातें सुनते हुए हमने घर जा के त्रिपाल को बांस के खंभों म...