Wednesday, April 26, 2023

प्रतिक्षाएँ

प्रेम और प्रतिक्षाएँ एक साथ
जन्म लेती हैं
जो प्रतिक्षाओं में जीते हैं
जो किसी के आने या जाने
या मिलने कि प्रतिक्षाओं से पीड़ित हैं
वो विश्व के सबसे शांत लोग है
उन्हें युद्धों से कोई मतलब नहीं है
उन्हें मतलब होता है
जो युद्धों से लौटकर नहीं आए उनसे
वो बंदूकों से इतर
किताबें पकड़ना ज्यादा पसंद करते हैं ।
किसी तोप या गोले दागने से
बेहतर लगता है
किसी व्यस्त चौराहे पर जाकर
वॉयलन बजाया जाए
गीत गाया जाए

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