प्रेम और प्रतिक्षाएँ एक साथ
जन्म लेती हैं
जो प्रतिक्षाओं में जीते हैं
जो किसी के आने या जाने
या मिलने कि प्रतिक्षाओं से पीड़ित हैं
वो विश्व के सबसे शांत लोग है
उन्हें युद्धों से कोई मतलब नहीं है
उन्हें मतलब होता है
जो युद्धों से लौटकर नहीं आए उनसे
वो बंदूकों से इतर
किताबें पकड़ना ज्यादा पसंद करते हैं ।
किसी तोप या गोले दागने से
बेहतर लगता है
किसी व्यस्त चौराहे पर जाकर
वॉयलन बजाया जाए
गीत गाया जाए
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