भले जमाने की नज़र में आवारा और छोटी सोच के लगते हो ये लड़के,
पर दिल के बहुत बड़े होते हैं ये मिडिल क्लास लड़के….
उनको पता नही की एंड्राइड लॉलीपॉप और
एप्पल में कितना अंतर है…
फिर भी वो दूसरों के चमचमाते स्मार्ट फोन को देखकर उदास होते हुए भी अपने मोबाइल वीवो, intex को बेस्ट ही बताते हैं।
वो जानना भी नही चाहते कि pizzahut और mc donald में क्या अंतर है,
उनकी पार्टी तो किसी दोस्त के खाली रूम में चार किंगफिशर और कुकर में दोस्त के हाथों बने मटन की खुशबू में ही मन जाती है।
उन्हें हर कपड़े का ब्रांड जरूर पता होता है पर अधिकतर वो ब्रांड के नाम पर jockey को ही ज़्यादा प्रीफर करते हैं और दोस्तों को फ़ोन करके बड़े शान से बताते हैं कि-“देख रे संजय एक ठो जीन्स लिए हैं और दो ठों jockey का अंडरवियर”
रोज दोस्तों को MC-BC की गाली देंते हैं, पर कभी अगर उनके घर को जरूरत पड़ी तो दूसरे बेटे बन जाते हैं , “अबे चलबो फ़लाने के बाप को एडमिट करना है” ऐसे भागादौड़ी करते हों मानो खुद के पिता बीमार हो।
ये मिडिल क्लास लड़के ही होते हैं जो भले ही कॉलेज में या दोस्तों की girlfriend को देख लाहरियाते रहे हो पर दोस्त की बहन को खुद की बहन बना कर हर जगह उनकी ज़रूरत पर खड़े मिलेंगे।
सपने इनके oodi और XUV के होते हैं, पर एक्टिवा और passion में भी हवाई सैर कर ही लेते हैं।
पिता की गालियाँ भले रोज खाते हो फ़ोन पर पर उनके दर्द को सबसे ज्यादा यही समझते हैं।
घर से लौटते समय ट्रैन में सिर्फ़ इसलिए आँखे गीली हो जाती हैं इनकी क्योंकि माँ का चेहरा याद आ जाता है अचानक इन्हें।
भले इनके पास सब कुछ हाई फाई सा ना हो जो कि डॉक्टरों, जजों और नेताओं के सुपुत्रों के पास होता है ,
पर इनकी आंखों में पल रहे सपने बहुत बड़े होते हैं, और इनके दिल के एक कोने में बिलगेट्स जरूर रहता है, जो इन्हें कभी-कभी चैन से सोने नही देता है।
ये मिडिल क्लास लङके ही हैं जिनकी दुनिया बस इनके परिवार और चंद जिगरी दोस्तों के इर्द-गिर्द मँडराती रहती है। ये पैसे भले कम कमाते हों पर ये रिश्ते जरूर कमा लेते हैं
हम दर्द को खामोशियों में छुपा के रहते हैं
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